एक एसा शख्स भेज दे, ऐ खुदा! जो मुुुझेे कभी खोने से डरता हो! एक एसा शख्स भेज दे, ऐ खुदा! जो मुुुझेे कभी खोने से डरता हो!
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है; इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है. एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है; इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है.
पास जाऊँ तो भी नहीं पहचानती है, वो पगली मेरी चाहत नहीं जानती है...। पास जाऊँ तो भी नहीं पहचानती है, वो पगली मेरी चाहत नहीं जानती है...।
पर तब ना ये बात होगी, ना मुलाक़ात होगी, बस अपनी बात तेरे आँचल में ही भिगो जाऊँगा एक दिन...! पर तब ना ये बात होगी, ना मुलाक़ात होगी, बस अपनी बात तेरे आँचल में ही भिगो जाऊ...
क्या बताए आपको एक अधूरा सा प्यार मुझे भी हुआ था...! क्या बताए आपको एक अधूरा सा प्यार मुझे भी हुआ था...!
एक नए अनजान शहर की ओर ! एक नए अनजान शहर की ओर !